चेहरे पर एलोवेरा लगाने के नुकसान: जानें साइड इफेक्ट्स और जरूरी सावधानियां

एलोवेरा को वर्षों से त्वचा की देखभाल के लिए मुख्या रूप से प्रयोग किया जाता है। आज भी हम इसे हर जगह देख सकते हैं जैसे की फेस जेल, क्रीम, फेस पैक और यहाँ तक कि घरेलू नुस्खों में भी। इसे अक्सर धूप की कालिमा, मुंहासों या बेजान त्वचा के लिए सबसे बेहतर उपाय कहा जाता है। कई लोग मानते हैं कि यह एक प्राकृतिक तत्व है तो यह सभी के लिए सुरक्षित भी होगा। लेकिन सच्चाई तो यह है की एलोवेरा कभी-कभी फायदे से ज़्यादा नुकसान भी पहुँचा सकता है | आइए चेहरे पर एलोवेरा लगाने के नुकसान और इसके दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानते हैं और जानेंगे की किन किन बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए | 

एलोवेरा के कुछ नुकसान 

एलर्जी और रेडनेस  (Allergy and Redness)  

एलोवेरा से होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक एलर्जी है। कुछ लोग इसे लगाकर तुरंत आराम महसूस करते हैं, वहीं कुछ लोगों को रेडनेस, खुजली या जलन का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एलोवेरा में कुछ ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो हर किसी की त्वचा के लिए सही नहीं होते। अगर आपकी त्वचा पहले से ही नाजुक है, या एक्ज़िमा है, या कोई अन्य त्वचा संबंधी समस्या है, तो एलोवेरा आराम देने के बजाय त्वचा पर एलर्जी को बढ़ा सकता है। मुश्किल बात यह है कि ये एलेर्जी कभी भी तुरंत दिखाई नहीं देतीं। शुरुआत में कुछ इस्तेमाल के बाद आपकी त्वचा ठीक दिखती है, लेकिन कुछ समय बाद बार-बार इस्तेमाल करने पर अचानक फुंसियाँ या खुजली होने लगती है।

नमी की जगह रूखापन (Skin Dryness) 

हम अक्सर सुनते हैं कि एलोवेरा प्राकृतिक रूप से त्वचा को मॉइस्चराइज़ करता है, लेकिन यह जरुरी नहीं की एलोवेरा हमेशा उस तरह से काम करे । कुछ लोगों की त्वचा को यह वास्तव में रूखा और कसा हुआ बना देता है। एलोवेरा में थोड़े एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि यह आपकी त्वचा से प्राकृतिक तेलों को छीन सकता है। अगर आपकी त्वचा पहले से ही रूखी है, तो हर दिन एलोवेरा का इस्तेमाल करने से यह और भी जयदा रूखी हो जाएगी, खासकर ठंड के महीनों में। आपकी त्वचा कोमलता से चमकने की बजाय बेजान और निर्जलित दिखाई पड़ सकती है।

धूप में निकलने से समस्याएँ (Sunburn)

बहुत से लोग एलोवेरा को दिन में लगाना पसंद करते हैं, यह सोचकर कि यह उनकी त्वचा को धूप से बचाएगा। लेकिन कभी-कभी एलोवेरा का उल्टा असर भी हो सकता है। एलोवेरा में मौजूद कुछ कंपाउंड्स आपकी त्वचा को धूप के प्रति ज़्यादा नाजुक बना सकते हैं। यानी अगर आप इसे लगाने के बाद धूप में निकल जाते हैं, तो आपकी त्वचा का रंग गहरा, लाल या ज़्यादा जलन वाला हो सकता है। ऐसा ख़ास तौर पर तब होता है जब लोग ताज़ा एलोवेरा को सीधे पौधे से निकालकर इस्तेमाल करते हैं।

चेहरे पर जलन (Skin Irritation) 

एलो की पत्ती काटने पर जो पीला रस निकलता है उसे एलो लेटेक्स कहते हैं | वह त्वचा पर बहुत जलन पैदा कर सकता है। जबकि बाज़ार से खरीदे गए जैल में आमतौर पर यह नहीं होता, लेकिन घर पर बने एलो में अक्सर होता है। अगर इस लेटेक्स की थोड़ी सी भी मात्रा आपके चेहरे पर लग जाए, तो यह जलन या रेडनेस कर सकता है। नाजुक त्वचा वाले लोगों की त्वचा पर जलन, सूजन या छोटे-छोटे चकत्ते भी हो सकते हैं | 

मुँहासे और फुंसियाँ (Acne and Pimples) 

एलोवेरा को अक्सर इसके जीवाणुरोधी गुणों के कारण मुँहासों के इलाज के रूप में सुझाया जाता है। लेकिन एक समस्या यह है कि यह उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जिनकी मुँहासों वाली त्वचा होती है। कुछ लोगों को एलोवेरा के इस्तेमाल के बाद ज़्यादा मुँहासे दिखाई देते हैं। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि यह कुछ प्रकार की त्वचा के पोर्स को बंद कर देता है या एलोवेरा त्वचा के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देता है। इसलिए जहाँ एक व्यक्ति मुँहासों के इलाज के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकता है, वहीं दूसरे व्यक्ति को नियमित इस्तेमाल के बाद मुँहासों की समस्या से और भी परेशान हो सकता है।

त्वचा पर संक्रमण (Skin Infection)

ताज़ा एलोवेरा की पत्ती काटकर सीधे त्वचा पर लगाना बहुत ही आकर्षिक और शुद्ध लगता है क्योंकि यह प्राकृतिक है। लेकिन सच तो यह है कि ताज़ा एलोवेरा हमेशा सुरक्षित नहीं होता। अगर पत्ती को ठीक से साफ़ नहीं किया गया है, तो उसमें बैक्टीरिया, गंदगी या कीटनाशकों के अंश हो सकते हैं। जब आप इसे अपने चेहरे पर लगाते हैं, तो इससे संक्रमण या जलन हो सकती है। इसके अलावा, इसके लेटेक्स रस के कुछ अंश त्वचा पर आसानी से रह जाते हैं, जो आपकी त्वचा में बहुत जलन पैदा कर सकते हैं।  

एलोवेरा किन लोगों के लिए सही नहीं है ?

  • जिन लोगों की त्वचा बहुत नाजुक या संवेदनशील है | 
  • जिन लोगों को पौधों से एलर्जी होती है | 
  • जिन लोगों की स्किन ऑयली और जिनके मुँहासे होते हैं | 
  • जिसको डर्मेटाइटिस या एक्जिमा जैसी समस्याएं होती हैं | 

अंतिम शब्द 

एलोवेरा कोई बुरा प्राकृतिक तत्व नहीं है बस यह कुछ लोगों के लिए वाकई फायदेमंद नहीं है। प्राकृतिक होने का मतलब यह नहीं की एलोवेरा सभी के लिए सुरक्षित हो। कुछ लोगों की त्वचा के लिए यह नुकसानदायक होता है | आपकी त्वचा पर इसका केसा प्रभाव हो यह आपकी त्वचा के प्रकार, मौजूदा स्थितियों और एलोवेरा की तैयारी के तरीके पर निर्भर करता है। अगर आप फिर भी एलोवेरा का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इसे चेहरे पर लगाने से पहले अपनी त्वचा के एक छोटे से हिस्से पर पैच टेस्ट ज़रूर कर लें। अपनी त्वचा की प्रतिक्रिया देखे बिना इसे रोज़ाना इस्तेमाल न करें। और इसे लगाने के तुरंत बाद धूप में निकलने से ज़रूर बचें। अगर आपको एलोवेरा सूट नहीं करता, तो उसका इस्तेमाल करना बंद कर दें | 

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